Posts

CT 7.2.2 कक्षा- 7, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' अध्याय 2 तीन बुद्धिमान 7.2.2 Class -7, NCERT Hindi Malhaar Chapter 2 Teen BudhiMaan

Image
  CT  7.2.2 कक्षा- 7,  एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार'  अध्याय 2  तीन बुद्धिमान 7.2.2 Class -7, NCERT Hindi Malhaar   Chapter 2 Teen BudhiMaan        कक्षा परीक्षा   पाठ 2 --- 📘  पाठ से – मेरी समझ से (बहुविकल्पी) (४)  1. **पिता ने बेटों से ‘धन संचय’ को क्या अर्थ बताया?** 2. **तीनों भाइयों ने ऊँट के बारे में इतना कुछ बता दिया। इससे क्या निष्कर्ष निकलता है?**  3. **राजा ने भाइयों की बुद्धिमत्ता पर क्यों विश्वास किया?*  4. **राजा के निर्णय के पीछे कौन‑सा मूल्य छिपा है? ---  🔗  मिलकर करें मिलान   (5)   💭 सोच-विचार के लिए  (3)  (क) तीनों भाइयों ने बिना ऊँट को देखे उसके बारे में कैसे जान लिया?    📝 व्याकरण: ‘कारक’ (३)  राजा ..... उसी समय अपने मंत्री ..... बुलाया  और उसके कान...... कुछ फुसफुसाया।    --------  Answer key  1. **पिता ने बेटों से ‘धन संचय’ को क्या अर्थ बताया?** –  पैनी दृष्टि और तीव्र बुद्धि का विकास करना...

सर्वनाम (Pronoun)

 सर्वनाम (Pronoun)  Sarvanam  🌟 सर्वनाम की परिभाषा  जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए जाते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं। ये शब्द वाक्य में बार-बार संज्ञा (व्यक्ति, स्थान या वस्तु) के प्रयोग से बचने के लिए उपयोग किए जाते हैं।  🔹 उदाहरण: राम स्कूल गया। वह बहुत अच्छा छात्र है। (यहाँ ‘वह’ सर्वनाम है जो ‘राम’ के स्थान पर आया है।) ---  सर्वनाम के भेद  1. 🧍‍♂️ पुरुषवाचक सर्वनाम जो किसी व्यक्ति (पुरुष, स्त्री या तीसरा) का बोध कराते हैं। प्रथम पुरुष: मैं, हम मध्यम पुरुष: तू, तुम, आप उत्तम पुरुष: वह, वे, यह, ये 🔸 उदाहरण: मैं पढ़ाई करता हूँ। तुम ईमानदार हो। वे जा रहे हैं। --- 2. ❓ प्रश्नवाचक सर्वनाम जिनसे प्रश्न पूछा जाए। कौन, क्या, किसने, किसको, कैसा, कितना, आदि। 🔸 उदाहरण: कौन आया? क्या हुआ? --- 3. 🔄 निजवाचक सर्वनाम जो स्वयं की ओर संकेत करें। स्वयं, खुद, अपना, आप 🔸 उदाहरण: मैंने स्वयं उत्तर लिखा। वह खुद गया। --- 4. 👉 निश्चयवाचक सर्वनाम जो किसी व्यक्ति या वस्तु की स्पष्ट ओर निश्चित ओर इशारा करें। यह, वह, ये, वे, वही, यही 🔸 उदाहरण: वह लड़का तेज़ है। य...

6.4.2 कक्षा-6, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' अध्याय-4, “हार की जीत Class-6, NCERT Hindi Malhaar Lesson- 4, Haar ki Jeet

  6.4.2 कक्षा-6, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार'  अध्याय-4,   “हार की जीत (सुदर्शन) Class-6, NCERT Hindi Malhaar   Lesson- 4, Haar ki Jeet --------------------------      मुख्य पात्र -  बाबा भारती, सुलतान (घोड़ा),  गड्गसिंह(डाकू)।  --------------------------                                 शब्दार्थ :      1. फकीर – जो संसार का त्याग करके ईश्वर भक्ति में लीन हो गया हो।  2. घमंड – अहंकार, अपने ऊपर अत्यधिक गर्व। 3. दया – करुणा, दूसरों की पीड़ा देखकर सहानुभूति करना। 4. चोरी – बिना अनुमति के किसी की वस्तु ले लेना। 5. निवेदन – प्रार्थना करना, विनम्र अनुरोध। 6. संतोष – तृप्ति, जो मिल गया उसी में प्रसन्न रहना। 7. प्रभावित – प्रभावित होना, असर में आना। 8. उठाना (घोड़ा उठाना) – चुराना, जबरन ले जाना। 9. क्षमा – माफ कर देना, अपराध को क्षमा करना। 10. परिवर्तन – बदलाव, किसी बात में परिवर्तन होना। --------------------------  📝 प...

विद्यालय प्रार्थना हिंदी VIDYALAYA PRAYER SONG (Hindi)

              विद्यालय प्रार्थना हिंदी           VIDYALAYA PRAYER SONG (Hindi)  (1)          ॐ असतो मा सद्गमय ।               तमसो मा ज्योतिर्गमय ।               मृत्योर्मा अमृतं गमय ।।          सरलार्थ-    हे प्रभो!  हमें असत्य से सत्य की ओर ले जाएं।  अज्ञान रूपी अंधकार से, ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर ले जाएं। मृत्यु के भय से, अमरत्व के ज्ञान की ओर ले जाएं। दया कर दान विद्या का, हमें परमात्मा देना, दया करना हमारी आत्मा में, शुद्धता देना। हमारे ध्यान में आओ, प्रभु आँखों में बस जाओ, अँधेरे दिल में आकर के, प्रभु ज्योति जगा देना। बहा दो ज्ञान की गंगा, दिलों में प्रेम का सागर, हमें आपस में मिल-जुल के, प्रभु रहना सीखा देना। हमारा धर्म हो सेवा, हमारा कर्म हो सेवा, सदा ईमान हो सेवा, व सेवक जन बना देना। वतन के वास्ते जीना, वतन के वास्ते मरना, वतन पर जाँ फिदा करना, प्रभु हमको सीखा देना।...

7.3.2 कक्षा- 7, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' अध्याय 3 फूल और कांटा Class -7, NCERT Hindi Malhaar Chapter 3 Phool Aur Kaanta

  7.3.2 कक्षा- 7,  एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार'  अध्याय 3 फूल और कांटा  Class -7, NCERT Hindi Malhaar   Chapter 3 Phool Aur Kaanta                             --- शब्दार्थ ---  क्रम शब्द अर्थ 1 फूल- कोमल, सुगंधित, प्रिय वस्तु, सौंदर्य और विनम्रता का प्रतीक 2 काँटा- नुकीला, चुभने वाला, कठोर स्वभाव का प्रतीक 3 चाँदनी- चंद्रमा की रोशनी, सौम्यता और शांति का प्रतीक 4 मेह- वर्षा, बारिश 5 ढंग- तरीका, स्वरूप, शैली 6 बड़प्पन- महानता, श्रेष्ठता, अच्छे गुण 7 कुल- वंश, परिवार, जाति 8 खटकता- चुभता है, असहज करता है, बुरा लगता है 9 सोहता- शोभा देता है, सुंदर प्रतीत होता है 10 शीश- सिर, मस्तक, सम्मान का स्थान     प्रश्नों के उत्तर   ---  📘  मेरी समझ से (क) सटीक उत्तर चुनिए: 1. **“कविता में काँटे के बारे में कौन-सा वाक्य सत्य है?”** उत्तर: काँटा उँगलियों को छेदता है और वस्त्र फाड़ देता है ★   2. **“फूल और काँटे में समानताओं और विभिन्नताओं का किस वाक्य...

पत्र लेखन / letter writing समय का महत्व बताते हुए अपने छोटे भाई को अनौपचारिक पत्र लिखिए

 पत्र लेखन  / letter writing  समय का महत्व बताते हुए अपने छोटे भाई को अनौपचारिक पत्र लिखिए ✉️  ----------------------  प्रिय छोटे भाई (विवेक), सप्रेम नमस्कार।  आशा करता हूँ कि तुम स्वस्थ और प्रसन्नचित्त होगे। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि तुम पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी रुचि ले रहे हो। आज मैं तुम्हें एक बहुत महत्वपूर्ण बात  कहना चाहता हूँ- वह है समय का महत्व।  बचपन से ही यदि हम समय का मूल्य समझ लें, तो जीवन में कभी पछताना नहीं पड़ेगा। समय किसी का इंतजार नहीं करता। यदि हम समय पर पढ़ाई करें, खेलें, और हर कार्य एक निश्चित दिनचर्या में करें, तो जीवन अनुशासित और सफल बनता है। तुम्हें चाहिए कि हर दिन एक समय-सारणी बनाकर अपने सभी कार्यों को समय पर पूरा करने की आदत डालो। मोबाइल और टीवी का अधिक उपयोग समय की बर्बादी है, इससे बचो। जो विद्यार्थी समय का सदुपयोग करते हैं, वही भविष्य में डॉक्टर, शिक्षक, वैज्ञानिक और नेता बनते हैं।  "समय ही जीवन है," इस बात को हमेशा याद रखना। मैं आशा करता हूँ कि तुम मेरी बातों पर अमल करोगे और एक अनुशासित छात्र बनोगे। ...

अनुच्छेद – "परिश्रम का महत्व" Anuched

 अनुच्छेद – "परिश्रम का महत्व"  Anuched  ---   परिश्रम का महत्व परिश्रम का जीवन में बहुत बड़ा महत्व है। यह सफलता की सीढ़ी है। जो व्यक्ति परिश्रम करता है, वह चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों, अपने लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करता है। बिना परिश्रम के न तो विद्या प्राप्त होती है, न ही सम्मान और न ही समृद्धि। प्रकृति भी हमें परिश्रम का संदेश देती है। सूरज प्रतिदिन उगता है, पेड़-पौधे लगातार फल-फूल देते हैं, नदियाँ बहती रहती हैं—ये सभी परिश्रम के प्रतीक हैं। विद्यार्थी जीवन में परिश्रम का विशेष महत्त्व होता है। जो छात्र लगन और मेहनत से पढ़ाई करते हैं, वे ही अच्छे अंक लाते हैं और जीवन में सफल होते हैं। परिश्रमी व्यक्ति आत्मनिर्भर बनता है और समाज में उसका स्थान ऊँचा होता है। उसकी मेहनत दूसरों के लिए भी प्रेरणा बनती है। सच ही कहा गया है — "परिश्रम ही सफलता की कुंजी है।" इसलिए हमें सदा ईमानदारी और उत्साह से परिश्रम करना चाहिए, क्योंकि परिश्रम करने वाला कभी हारता नहीं। ---