7.3.2 कक्षा- 7, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' अध्याय 3 फूल और कांटा Class -7, NCERT Hindi Malhaar Chapter 3 Phool Aur Kaanta
7.3.2 कक्षा- 7, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार'
अध्याय 3 फूल और कांटा
Class -7, NCERT Hindi Malhaar
Chapter 3 Phool Aur Kaanta
--- शब्दार्थ ---
क्रम शब्द अर्थ
1 फूल- कोमल, सुगंधित, प्रिय वस्तु, सौंदर्य और विनम्रता का प्रतीक
2 काँटा- नुकीला, चुभने वाला, कठोर स्वभाव का प्रतीक
3 चाँदनी- चंद्रमा की रोशनी, सौम्यता और शांति का प्रतीक
4 मेह- वर्षा, बारिश
5 ढंग- तरीका, स्वरूप, शैली
6 बड़प्पन- महानता, श्रेष्ठता, अच्छे गुण
7 कुल- वंश, परिवार, जाति
8 खटकता- चुभता है, असहज करता है, बुरा लगता है
9 सोहता- शोभा देता है, सुंदर प्रतीत होता है
10 शीश- सिर, मस्तक, सम्मान का स्थान
प्रश्नों के उत्तर
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📘 मेरी समझ से
(क) सटीक उत्तर चुनिए:
1. **“कविता में काँटे के बारे में कौन-सा वाक्य सत्य है?”**
उत्तर: काँटा उँगलियों को छेदता है और वस्त्र फाड़ देता है ★
2. **“फूल और काँटे में समानताओं और विभिन्नताओं का किस वाक्य में सही रूप से उल्लेख है?”**
उत्तर:
फूल और काँटे एक ही पौधे पर उगते हैं, लेकिन उनके स्वभाव भिन्न होते हैं ★
फूल और काँटे को समान देखभाल मिलती है फिर भी उनके रंग‑ढंग अलग होते हैं ★
3. **“कविता के आधार पर कौन-सा निष्कर्ष उपयुक्त है?”**
उत्तर:
व्यक्ति के कार्यों के कारण ही लोग उसका सम्मान करते हैं ★
यदि व्यक्ति अच्छे कार्य करता है तो उसके कुल को प्रसिद्धि मिलती है ★
4. **“कविता के अनुसार ‘बड़प्पन’ के लिए कौन-सा कथन सबसे उपयुक्त है?”**
उत्तर: बड़प्पन व्यक्ति के गुणों, स्वभाव और कर्मों से पहचाना जाता है ★
--- केवल चर्चा के लिए
(ख) आपके विचार और चर्चा
(1) काँटे के नकारात्मक प्रभाव—उँगलियों में चुभना, कपड़े फाड़ना।
(2) फूल–काँटे पर समान वातावरण होने के बावजूद उनके स्वभाव में अंतर।
(3)&(4) व्यक्ति का असली मूल्य उसके गुण, स्वभाव व कर्म से होता है—न कि मात्र कुल या प्रतिष्ठा से।
--- केवल चर्चा के लिए
📝 पंक्तियों पर चर्चा
**“मेह उन पर है बरसता एक सा... ढंग उनके एक से होते नहीं।”**
समान परिस्थितियों (बारिश, हवा) में भी स्वभावगत अंतर होते हैं—जैसे हर व्यक्ति अलग ढंग से प्रतिक्रिया करता है।
**“किस तरह कुल की बड़ाई काम दे...”**
यदि व्यक्ति में बड़प्पन की कमी है, तो उच्च कुल भी बचाव नहीं कर सकता। गुण महत्वपूर्ण है।
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🧩 मिलान (प्रतीकात्मकता)
फूल → सुंदरता, कोमलता, आनंद, सुख , प्रसन्नता
दया, अच्छाई, परोपकार, प्रेम,
काँटा → दुख, कठोरता, पीड़ा, स्वार्थ, बुराई,
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📘 सोच-विचार के लिए
📌 (क) कविता में ऐसी कौन-कौन सी समानताओं का उल्लेख किया गया है जो सभी पौधों पर समान रूप से लागू होती हैं?
उत्तर:
कविता में यह बताया गया है कि सभी पौधों पर चाँदनी, वर्षा, हवा आदि समान रूप से पड़ती हैं। उन्हें एक जैसी मिट्टी, जल, धूप और देखभाल मिलती है। फूल और काँटा दोनों एक ही पौधे पर उगते हैं, इस दृष्टि से वे समान हैं।
📌 (ख) आपको फूल और काँटे के स्वभाव में मुख्य रूप से कौन-सा अंतर दिखाई दिया?
उत्तर:
फूल कोमल, सुंदर और सुगंधित होता है। वह सभी को प्रसन्नता देता है और पूजा में चढ़ाया जाता है।
जबकि काँटा नुकीला और कठोर होता है। वह चुभता है और कष्ट देता है। इस प्रकार फूल और काँटे के स्वभाव में मुख्य अंतर कोमलता और कठोरता का है।
📌 (ग) कविता में मुख्य रूप से कौन-सी बात कही गई है? उसे पहचानिए, समझिए और अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर:
कविता में यह बताया गया है कि किसी व्यक्ति की पहचान उसके कुल या परिवार से नहीं होती, बल्कि उसके स्वभाव और कर्मों से होती है। जिस प्रकार एक ही पौधे पर फूल और काँटा होते हुए भी उनका प्रभाव अलग होता है, उसी प्रकार अच्छे स्वभाव वाला व्यक्ति समाज में सम्मान पाता है।
📌 (घ) “किस तरह कुल की बड़ाई काम दे, जो किसी में हो बड़प्पन की कसर।” उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
इस पंक्ति का अर्थ है कि अगर किसी व्यक्ति में अच्छे गुण नहीं हैं तो उसके कुल की प्रतिष्ठा कोई लाभ नहीं देती।
उदाहरण:
यदि कोई व्यक्ति बड़े और प्रतिष्ठित परिवार से है लेकिन उसमें नम्रता, ईमानदारी और सेवा भावना नहीं है, तो वह सम्मान नहीं पाता। दूसरी ओर, साधारण परिवार का व्यक्ति यदि अच्छे गुणों वाला है तो वह सभी का सम्मान पाता है।
📌 (ङ) “है खटकता एक सब की आँख में, दूसरा है सोहता सिर शीश पर।” लोग कैसे स्वभाव के व्यक्तियों की प्रशंसा करते हैं और कैसे स्वभाव वाले व्यक्तियों से दूर रहना पसंद करते हैं?
उत्तर:
लोग विनम्र, मददगार और प्रेमपूर्ण स्वभाव वाले व्यक्तियों की प्रशंसा करते हैं। ऐसे लोग समाज में आदरणीय होते हैं, जैसे फूल – जो सभी को प्रिय होता है।
वहीं, क्रोधी, घमंडी और कड़वे व्यवहार वाले व्यक्तियों से लोग दूरी बनाते हैं, जैसे काँटा – जो चुभता है और कष्ट देता है।
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छवि के अनुसार नीचे दिए गए चारों पंक्तियों में से विशेषण (गुण बताने वाला शब्द) और विशेष्य (जिसके गुण बताए गए हैं) की पहचान करके तालिका पूरी की गई है—
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📝 विशेषण
पंक्ति विशेषण विशेष्य
1. भौंर का है बैर देता श्याम तन -
विशेषण, विशेष्य
श्याम, तन
2. पाव देता है किसी को वर बसन -
विशेषण, विशेष्य
वर, बसन (वस्त्र)
3. भौंर को अपना अनूठा रस पिला -
विशेषण, विशेष्य
अनूठा, रस
4. निज सुगंधों औ निराले ढंग से -
विशेषण विशेष्य
निराले, ढंग
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📝 प्रश्न (ख): नीचे दिए गए विशेष्यों के लिए उपयुक्त विशेषण शब्द लिखिए
क्रम विशेष्य (संख्या में दिया गया शब्द) - विशेषण (उत्तर)
1 फूल - कोमल, सुंदर, सुगंधित
2 काँटा - तीखा, नुकीला, कठोर
3 मेह (वर्षा) - झमाझम, ठंडी, हल्की
4 चाँद - सुंदर, मनमोहक,
5 रात - काली, अंधेरी,
🔹 विशेषण वह शब्द होता है जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है।
🔹 विशेष्य वह शब्द है जिसकी विशेषता बताई जाती है।
🌀 कल्पना एवं रचना
1. कल्पना‑प्रश्न जैसे कि चाँदनी, मेघ, हवा की कमी—पेड़ सूखते, जीवन कठिन होता।
2. अगर सभी पौधे एक जैसे होते—विविधता न होती, जीवन एकरस हो जाता।
3. काँटे की कमी—खूबसूरती तो होती, पर सुरक्षा नहीं होती, संतुलन बिगड़ता।
4. तितली और काँटे संवाद—सम्मान, दोस्ती, समझदारी के संदेश साथ‑साथ प्रकट होते हैं।
5. स्वतंत्र रचनाएं:
चित्र, बातचीत, संवाद लेखन—जो छात्र स्वयं बना सकते हैं।
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🗣️ आपकी बात: व्यक्तिपरक प्रश्न
1. आप क्या चुनेंगे—फूल या काँटा?
→ अक्सर छात्र “फूल” चुनते हैं क्योंकि वह सौंधर्य व सेवा का प्रतीक है।
2. आप आनंद और प्रसन्नता कैसे लाते हैं?
→ परोपकार, सम्मान, सुनना, मुराद रखना आदि की गतिविधियाँ।
3. ‘फूल–काँटा’ जैसे आप अपने आस‑पास क्या उदाहरण देखते हैं?
→ नमक–चीनी, मीठा–खट्टा, सुख–दुख, श्वेत–श्याम आदि।
4. ‘काँटे’ समान समस्या—जिसे आपने अनुभव किया हो:
→ जैसे अपमानजनक शब्द, गंदगी आदि; समाधान: समझ, माफी, आदर्श आचरण।
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✨ रचना कार्य
चित्र बनाना: कविता के भावानुसार, फूल और काँटे को दर्शाएँ।
संवाद-लेखन: उपर्युक्त उदाहरणों जैसे “फूल–काँटा” तथा “फूल–तितली” वार्तालाप।
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