विद्यालय है एक उपवन - कविता Hindi Poem
विद्यालय है एक उपवन - कविता Hindi Poem
1) विद्यालय है एक उपवन, कुसुम हो तुम उसके ।
खाद है माता पिता, शिक्षक माली हैं इसके।।
2) शिक्षा लेने आए हो, शिक्षित होना ही होगा तुम्हें।
माता पिता देश की, आशा पूरी करनी है तुम्हें ।।
3) समाज को है आशा तुमसे, उसे तुम करना पूर्ण ।
उसी से आशा तुम्हारी, ना रहेगी कोई अपूर्ण।।
4) डॉक्टर इंजिनीरिंग या वकील, या बनो तुम देश के रक्षक ।
देश सेवा करनी है तुम्हें, न बनना तुम इसके भक्षक।।
5) देश को है उन्नत बनाना, रखना तुम इसे साफ।
यह मातृभूमि है तुम्हारी, करना ना शत्रुओं को माफ।।
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डॉ. विपिन शर्मा
प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (संस्कृत)
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