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**सवचछ भारत क्षरेषठ भारत**   


भारत को स्वच्छ बनाना है

दिल में तरंग, भरकर 'आाँखों में उमंग भरकर

हर नागरिक का यह नारा है,

भारत को स्वच्छ बनाना हैl

यह मिट्टी जान है हमारी ,

आजादी के इस महोत्सव पर हर नागरिक को बतलाना है

भारत को स्वच्छ बनाना है

एक भारत श्रेष्ठ भारत का नारा लगाना है

भारत को प्लास्टिक फ्री बनाना है

भारत का स्वच्छ बनाना है

देश की आन अपनी शान हर बच्चे को समझाना है

भारत को स्वच्छ बनाना है

बदलती हुई सोच को भी अपनाना है

देश के लिए जीना मरना हर बालक को समझाना है

भारत को स्वच्छ बनाना है

आने वाले स्वर्ण काल के लिए हम सबने यह ठाना है

भारत को ऊंचाइयों पर लाना है

भारत को स्वच्छ बनाना है

                            

                          *सानवी ठाकुर*

                          *कक्षा-आठवीं* 

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समय 

मैं चलता रहता हूं 

ना रूकता हूं ना थकता हूं 

दिन-रात सुबह शाम बस चलता रहता हूं 

तुम विद्यार्थियों से भी बस इतना ही कहता हूं 

कि  चलो साथ मेरे मैं रुक सकता  किसी के लिए नहीं 

रुक गए तुम तो रह जाओगे पीछे कहीं

साथ चलना है तो थामो सामने से मुझे  

पीछे से फिर पकड़ पाओगे तुम नहीं मुझे 

 ना रूकता हूं ना थकता हूं 

मैं चलता रहता हूं।

चल सको जो तुम बिना थके  तो थामों मेरा हाथ 

 और बस इतना ही रखना याद 

 कहीं किसी भी मोड़ पर अकारण ना रुक जाना 

 तभी तुम्हें मिलेगा तुम्हारा मन चाहा मुकाम 

ना रूकता हूं ना थकता हूं 

मैं चलता रहता हूं 

 दिन-रात सुबह शाम बस चलता रहता हूं

आए जब कोई परेशानी तो डरना मत कुछ और हिम्मत से खड़े रहना  

और मेरा हाथ थामें चले रहना 

ले जाऊंगा तुम्हें वहां जहां तुम चमकोगे चांद सितारे बनकर

 सब कहेंगे कि बनना है बस तुम जैसा

 ना रूकता हूं ना थकता हूं 

मैं चलता रहता हूं बस चलता रहता हूं।

 ईशान्वी 

कक्षा 6

रोल नंबर 19

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नमस्कार मेरा नाम भाविका चंदेल है। मैं कक्षा छठी की छात्रा हूं आज मैं आपके सामने आजादी का अमृत महोत्सव लेकर कुछ रचनाएं प्रस्तुत कर रही हूं। हमारा देश भारत 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों की 200 साल की गुलामी से आजाद हुआ था, आजादी के 75 साल पूरे होने वाले हैं इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ को भारत सरकार आजादी का अमृत महोत्सव के तौर पर मना रहा है ।


भाविका चंदेल

कक्षा 6

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योग दिवस खुद को योग से मिलने वाले लाभों की याद दिलाने का समय है, जैसे अधिक आराम और ध्यान केंद्रित करना। योग हमें अधिक मजबूत और अधिक लचीला बनने में मदद करता है। योग सभी के लिए है!


नक्ष कल्टा 

कक्षा 8 , 38 




विषय:- एक भारत श्रेष्ठ भारत...

एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य भारत के विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आपसी समझ को बढ़ावा देना है। यह पहल 2015 में शुरू की गई थी और इसका लक्ष्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना और विभिन्न क्षेत्रों की विविध परंपराओं, भाषाओं और विरासत का पता लगाना और उनकी सराहना करना है। 

"एक भारत, श्रेष्ठ भारत" का अर्थ है "एक भारत, सर्वश्रेष्ठ भारत"। यह पहल विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच सांस्कृतिक एकीकरण और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए है। 

इस कार्यक्रम के माध्यम से, प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को एक साथी राज्य के साथ जोड़ा जाता है। फिर वे एक वर्ष की अवधि के लिए सांस्कृतिक, भाषाई, साहित्यिक और अन्य गतिविधियों में एक-दूसरे के साथ जुड़ते हैं। यह जुड़ाव विभिन्न क्षेत्रों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने में मदद करता है और लोगों को एक दूसरे के करीब लाता है।


नाम- गीतांजली

अनुक्रमांक-सात

कक्षा-आंटवी

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राष्ट्रीय योग दिवस


राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को पूरे भारत और दुनिया भर में मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य योग के महत्व और इसके स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूकता फैलाना है। योग, जो भारत की प्राचीन परंपरा और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है, शारीरिक, मानसिक और आत्मिक संतुलन प्रदान करने का एक अद्भुत माध्यम है।


21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। इस दिन को चुनने के पीछे कारण यह है कि यह साल का सबसे लंबा दिन होता है और इसे एक महत्वपूर्ण समय माना जाता है।


योग दिवस पर देशभर में सामूहिक योगाभ्यास, कार्यशालाएँ और जागरूकता अभियानों का आयोजन किया जाता है। इससे लोगों को योग को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने के लिए प्रेरित किया जाता है।


योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक जीवनशैली है जो हमें स्वस्थ, खुशहाल और शांतिपूर्ण जीवन जीने की प्रेरणा देती है। आइए, राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग को अपनाएं और स्वस्थ भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।

यामिनी

कक्षा 8

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जल शक्ति अभियान पर लेख


जल शक्ति अभियान एक राष्ट्रीय अभियान है जिसका उद्देश्य जल संरक्षण और जल सुरक्षा को बढ़ावा देना है। यह अभियान भारत सरकार द्वारा 2019 में शुरू किया गया था] जिसका मुख्य उद्देश्य वर्षा जल का प्रबंधन और संरक्षण करना] देश में जलभृत को रिचार्ज करना और 2024 तक हर घर में नल से जल पहुंचाना है।


जल शक्ति अभियान के मुख्य उद्देश्य:

- जल संरक्षण: जल के सही उपयोग और संरक्षण को बढ़ावा देना।

- वर्षा जल संचयन: वर्षा जल को संरक्षित करने और उसका उपयोग करने के लिए तकनीकों को बढ़ावा देना।

- जलभृत रिचार्ज: जलभृत को रिचार्ज करने के लिए योजनाएं बनाना और उन्हें अमल में लाना।

- जल सुरक्षा: जल सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और समुदाय की भागीदारी बढ़ाना।


जल शक्ति अभियान के फायदे: 

- जल संकट को कम करने में मदद मिलती है।

- जल सुरक्षा बढ़ती है।

- समुदाय में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ती है।

- जलभृत रिचार्ज होने से भूमिगत जल का स्तर बढ़ता है।

सानिध्य

कक्षा 8

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राष्ट्रीय एकता दिवस, जिसे सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर 31 अक्टूबर को मनाया जाता है, भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य देश की विविधता में एकता की भावना को मजबूत करना और सरदार पटेल के योगदान को याद करना है, जिन्होंने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।


सरदार पटेल ने स्वतंत्रता के बाद भारत के विभिन्न राज्यों और रियासतों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने लगभग 565 रियासतों को भारतीय संघ में शामिल करने के लिए काम किया, जिससे देश की एकता और अखंडता को मजबूती मिली। उनके प्रयासों से भारत एक मजबूत और एकीकृत राष्ट्र बन सका।


राष्ट्रीय एकता दिवस पर हम सबको एकजुट होकर देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लेना चाहिए। हमें अपनी विविधता में एकता की भावना को और मजबूत करना चाहिए और देश के विकास में योगदान देना चाहिए। इस दिन को मनाने से हमें अपने देश की एकता और अखंडता के महत्व को समझने और उसे मजबूत करने का अवसर मिलता है।


राष्ट्रीय एकता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमारी एकता और अखंडता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमें अपने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए और देश के विकास में योगदान देना चाहिए। इस दिन को मनाने से हमें अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास होता है और हम अपने देश के लिए कुछ अच्छा करने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।


आइए, राष्ट्रीय एकता दिवस पर हम सब मिलकर देश की एकता और अखंडता को मजबूत बनाने का संकल्प लें और अपने देश के विकास में योगदान दें। हमें अपनी एकता और अखंडता की भावना को और मजबूत करना चाहिए और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए।


हिमांशी शांडिल

कक्षा 8



महात्मा गांधी भारत के एक महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी थी उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 में गुजरात के पोरबंदर में हुआ था गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था गांधी जी ने अपनी शिक्षा भारत और इंग्लैंड में प्राप्त की उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में एक वकील के रूप में काम किया जहां उन्होंने भारतीयों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी 1915 में गांधी जी

भारत लौट आए और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुए उन्होंने अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांतों पर आधारित एक नए तरीके से लड़ाई लड़ी गांधी जी ने भारतीय को स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गांधी जी की अहिंसा और सत्याग्रह की नीति ने दुनिया पर भर में प्रभाव डाला उन्हे 1948 में नाथूराम गोडसे ने मार दिया था आज भी गांधी जी की विरासत जीवित है उनके सिद्धांत और आदर्श दुनिया भर में लोगो को प्रेरित करते हैं

नैतिक 

कक्षा 8

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          स्वच्छ भारत श्रेष्ठ भारत



स्वच्छ भारत अभियान एक राष्ट्रीय स्तर का अभियान है। जिसका उद्देश्य देश का कोना-कोना साफ सुथरा करना, लोगों को बाहर खुले में शौच करने से रोकना, शहर और ग्रामीण इलाकों के हर घर में शौचालय का निर्माण तथा उपयोग को बढ़ावा देना, हर एक गली में कम से कम एक कचरा पात्र लगाना, सभी घरों में पानी की पूर्ति सुनिश्चित कर के गाँवों में पाइपलाइन लगवाना, शहर और गांव की प्रत्येक सड़क, गली, मोहल्ले आदि को साफ-सुथरा और साफ सफाई के जरिए सभी में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना है।

स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने महात्मा गांधी जी की 145 वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2014 को नई दिल्ली के राजघाट से किया था। 

महात्मा गांधी जी ने भारत को एक निर्मल और स्वच्छ देश बनाने का सपना देखा था। उनका कहना था कि स्वच्छता स्वतंत्रता से भी ज्यादा जरूरी है क्योंकि स्वच्छता ही स्वस्थ और शांतिपूर्ण जीवन का एक अनिवार्य भाग है। महात्मा गांधी जी अपने समय में देश की गरीबी और गंदगी से अच्छी तरह अवगत थे इसलिए उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए बहुत से प्रयास किये लेकिन वो उसमें सफल न हो सके। भारत सरकार ने पूरी गंभीरता से बापू के इस सपने को हकीकत का रूप देने के लिये ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की शुरुआत की। इस मिशन को अपने प्रारंभ की तिथि से बापू की 150वीं पुण्यतिथि (2 अक्टूबर 2019) तक पूरा करने का लक्ष्य था। इस अभियान को सफल बनाने के लिये सरकार ने सभी लोगों से निवेदन किया कि वो अपने आसपास और दूसरी जगहों पर साल में सिर्फ 100 घंटे सफाई के लिये दें। 

भारत सरकार द्वारा मृदुला सिन्हा, शशि थरूर, बाबा रामदेव, सचिन तेंदुलकर और तारक मेहता का उल्‍टा चश्‍मा की टीम जैसी अन्य नामचीन हस्तियों को आमंत्रित किया ताकि वह भी स्वच्छ भारत अभियान में अपना सहयोग प्रदान करें, इसकी तस्‍वीरें सोशल मीडिया पर साझा करें और अन्य लोगों को भी अपने साथ जोड़ें, ताकि यह एक श्रृंखला बन जाए। आम जनता को भी सोशल मीडिया पर हैशटैग | लिखकर अपने सहयोग को साझा करने के लिए कहा गया।

प्रधान मंत्री ने अपनी बातों और अपने कामों से स्वच्छ भारत के संदेश को लोगों के साथ मिलके पूरे भारत और पूरी दुनिया में फैलाया है। उन्होंने वाराणसी में भी स्वच्छता अभियान चलाया। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत गंगा नदी के निकट अस्सी घाट पर फावड़ा चलाया। बड़ी संख्या में लोग उनके साथ शामिल होकर स्वच्छता अभियान में उनका सहयोग दिया। स्वच्छ भारत अभियान के संदेश ने लोगों के अंदर उत्तरदायित्व की एक अनुभूति जगा दी है। अब जब नागरिक पूरे देश में स्वच्छता के कामों में सक्रिय रूप से सम्मिलित हो रहे हैं, महात्मा गांधी द्वारा देखा गया ‘स्वच्छ भारत’ का सपना अब साकार होने लगा है। 

                                                                                             कर्तव्य चौहान 

                                                                                               कक्षा - छठी 

                                                                                         अनुक्रमांक - 34


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मौलिक रचन


हिन्दू परिवार में भाई का स्थान महत्वपूर्ण है। पिता के अभाव में बड़ा भाई सारे परिवार का पालन-पोषण करता है। हिन्दु परिवार में भाइयों के पारस्परिक प्रेम के सबसे सुन्दर उदाहरण रामायण में मिलते हैं। राम, लक्ष्मण और भरत जैसे स्नेही भाइयों के उदाहरण दुर्लभ हैं और ये हजारों वर्षा से हिन्दू समाज में आदर्श समझे जाते रहे हैं। भाई के बाद बहन का वर्णन स्वाभा-- विक है। वैदिक युग से हिन्दू परिवार में बहन, भाई का स्नेह और संरक्षण पाती रही है। बहन के पालन-पोषण तथा उसके विवाह की जिम्मेवा -री भाई निभाता है। इस प्रकार भाई बहन के बीच सवाभाविक प्रेम होता है। हिन्दू परिवार में भाई-बहन का निःस्वार्थ प्रेम राखी तथा भैया दूज के त्यौहारो से प्रतिवर्ष पुष्ट होता है।

धनुजा शर्मा 

कक्षा 8, 5



भारत: हर कोना एक कहानी



चलो घूमे अपना देश

सुंदर इसका हर एक भेष ,

पहाड़, नदी और मैदान 

सब में प्रकृति का वरदान।


कभी चले हिमाचल 

तो कभी चले राजस्थान, 

पंजाब की हरियाली प्यारी

वही कश्मीर की वादियां न्यारी।


मंदिर, किले और बाजार

जहां आए सब बार बार, 

खाने के मिले जहां अलग अलग प्रकार

हर राज्य का है स्वाद एकदम शानदार।


पर्यटन पर्व है सबसे खास

जाने हम नई नई बात,

हर भाषा हर बोली में

हम भारतीय एकता का अपनाए साथ।।

सार्थक

कक्षा 8, 43

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*अंतरराष्ट्रीय योग दिवस* 


अंतरराष्ट्रीय योग दिवस प्रत्येक वर्ष 21 जून को पूरे विश्व में मनाया जाता है। यह दिन योग के महत्व और लाभों को समझाने और अपनाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। योग भारत की एक प्राचीन परंपरा है, जो शारीरिक, मानसिक और आत्मिक विकास का माध्यम है। यह केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि जीवन जीने की एक कला है।


भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को 193 देशों में से 177 देशों का समर्थन मिला और अंततः संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित कर दिया। 21 जून को इसलिए चुना गया क्योंकि यह वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है और यह विशेष आध्यात्मिक महत्व रखता है।


योग न केवल शरीर को स्वस्थ बनाता है, बल्कि मन को भी शांति देता है। इसके अभ्यास से तनाव, चिंता, थकान, उच्च रक्तचाप और अनेक बीमारियों से बचाव होता है। आजकल की व्यस्त जीवनशैली में योग बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहा है। यह आत्म-नियंत्रण, एकाग्रता और सकारात्मक सोच को भी बढ़ाता है।


अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देश-विदेश में लाखों लोग एक साथ योगाभ्यास करते हैं। विद्यालयों, कार्यालयों, पार्कों और सामाजिक संस्थानों में विशेष योग शिविर लगाए जाते हैं। इस दिन लोग योग से जुड़ी जानकारी साझा करते हैं और इसके लाभों के बारे में जागरूकता फैलाते हैं।


हमें भी प्रतिदिन योग करना चाहिए और दूसरों को इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। योग केवल भारत की धरोहर नहीं, बल्कि पूरे विश्व की अमूल्य संपत्ति है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हमें इस परंपरा को अपनाने और आगे बढ़ाने का एक सुनहरा अवसर देता है।

 हर्षाली चौहान

कक्षा 6






















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