6.9.2 कक्षा-6, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' अध्याय-9, मैया मैं नहीं माखन खायो (पद) Class-6, NCERT Hindi Malhaar Lesson- 9, Maiya Mai Nahi Makhan Khayo

 6.9.2 कक्षा-6, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' 

अध्याय-9,  मैया मैं नहीं माखन खायो (पद)

Class-6, NCERT Hindi Malhaar  

Lesson- 9, Maiya Mai Nahi Makhan Khayo

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                           शब्दार्थ :   


  पाठ से

मेरी समझ से

(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर न-सा है? उसके सामने तारा (★) बनाइए-

(1) मैं माखन कैसे खा सकता हूँ? इसके लिए श्रीकृष्ण ने क्या तर्क दिया?

  • मुझे तुम पराया समझती हो।
  • मेरी माता, तुम बहुत भोली हो।
  • मुझे यह लाठी-कंबल नहीं चाहिए।
  • मेरे छोटे-छोटे हाथ छीके तक कैसे जा सकते हैं?

उत्तर: मेरे छोटे-छोटे हाथ छीके तक कैसे जा सकते हैं? (★) 

(2) श्रीकृष्ण माँ के आने से पहले क्या कर रहे थे?

  • गाय चरा रहे थे।
  • माखन खा रहे थे।
  • मधबुन में भटक रहे थे। 
  • मित्रों के संग खेल रहे थे।

उत्तर: माखन खा रहे थे। (★) 


मिलकर करें मिलान

पाठ में से चुनकर यहाँ कुछ शब्द दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर चर्चा कीजिए और इन्हें इनके सही अर्थ या संदर्भ से मिलाइए। इसके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।




1-  4 

2-  1 

3- 8 

4- 2

5- 7

6- 3 

7- 5 

8- 6 

पंक्तियों पर चर्चा

पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपनी कक्षा में साझा कीजिए और अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए। 

(क) ‘भोर भयो गैयन के पाछे, मधुबन मोहि पठायो ”
उत्तर:
 इस पंक्ति में श्रीकृष्ण अपनी माँ यशोदा से कहते हैं कि सुबह होते ही उन्हें गायों के साथ मधुबन भेज दिया जाता है। इसका अर्थ है कि दिन की शुरुआत में ही वे गायों को चराने के लिए वन में चले जाते हैं।

(ख) ” सूरदास तब बिहँसि जसोदा, लै उर कंठ लगायो ”
उत्तर: 
इस पंक्ति में कवि सूरदास कहते हैं कि यशोदा ने श्रीकृष्ण की बातों को सुनकर हँसते हुए उन्हें गले से लगा लिया। यह दर्शाता है कि यशोदा ने श्रीकृष्ण की मासूमियत और भोलेपन पर प्रेमपूर्वक प्रतिक्रिया दी।

सोच-विचार के लिए

पाठ को एक बार फिर से पढ़िए और निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर ढूँढ़कर अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए-

(क) पद में श्रीकृष्ण ने अपने बारे में क्या-क्या बताया है?
उत्तर: 
श्रीकृष्ण ने अपनी माँ यशोदा से कहा कि उन्होंने माखन नहीं खाया है। वे सुबह होते ही गायों को चराने के लिए मधुबन चले जाते हैं और शाम को घर लौटते हैं। उनके छोटे-छोटे हाथ छीके तक नहीं पहुँच सकते, इसलिए वे माखन नहीं चुरा सकते। उन्होंने यह भी कहा कि ग्वाल-बाल उनके मुख पर जबरदस्ती माखन लगा देते हैं, जिससे वे दोषी नज़र आएं।

(ख) यशोदा माता ने श्रीकृष्ण को हँसते हुए गले से क्यों लगा लिया?
उत्तर: 
श्रीकृष्ण की मासूमियत और उनके भोले तर्कों को सुनकर यशोदा माता का हृदय प्रेम से भर गया। उनकी बातों में सच्चाई और सरलता देखकर यशोदा हँस पड़ीं और अपने पुत्र को स्नेहपूर्वक गले से लगा लिया।


अनुमान या कल्पना से

अपने समूह में मिलकर चर्चा कीजिए-

(क) श्रीकृष्ण अपनी माँ यशोदा को तर्क क्यों दे रहे होंगे ?
उत्तर:
 श्रीकृष्ण अपनी माँ यशोदा को तर्क इसलिए दे रहे थे क्योंकि उन पर माखन चोरी करने का आरोप लगा था। वे अपनी मासूमियत और भोलेपन से माँ को समझाना चाहते थे कि उन्होंने माखन नहीं खाया है और ग्वाल-बाल उनके खिलाफ झूठी शिकायत कर रहे हैं।

(ख) जब माता यशोदा ने श्रीकृष्ण को गले से लगा लिया, तब क्या हुआ होगा?
उत्तर:
 जब माता यशोदा ने श्रीकृष्ण को गले से लगा लिया, तब श्रीकृष्ण ने अपनी माँ के स्नेह को महसूस किया होगा और उन्हें संतोष मिला होगा कि उनकी माँ ने उनकी बातों पर विश्वास किया। यशोदा माता का सारा संदेह दूर हो गया होगा और उन्होंने अपने पुत्र की मासूमियत पर प्रेम जताया होगा।

शब्दों के रूप

नीचे शब्दों से जुड़ी कुछ गतिविधियाँ दी गई हैं। इन्हें करने के लिए आप शब्दकोश, अपने शिक्षकों और साथियों की सहायता भी ले सकते हैं।

(क) ‘भोर भयो गैयन के पाछे
इस पंक्ति में ‘पाछे’ शब्द आया है। इसके लिए ‘पीछे’ शब्द का उपयोग भी किया जाता है। इस पद में ऐसे कुछ और शब्द हैं जिन्हें आप कुछ अलग रूप में लिखते और बोलते होंगे। नीचे ऐसे ही कुछ अन्य शब्द दिए गए हैं। इन्हें आप जिस रूप में बोलते लिखते हैं, उस प्रकार से लिखिए।

  • परे – _____________
  • कछु – _____________
  • छोटो – _____________
  • लै – _____________
  • बिधि – _____________
  • नहिं – _____________
  • भोरी – _____________

उत्तर:

  • परे – पड़े
  • कछु – कुछ
  • छोटो – छोटा
  • लै – लेना
  • बिधि – विधि, प्रकार
  • नहिं – नहीं
  • भोरी – भोली
(ख) पद में से कुछ शब्द चुनकर नीचे स्तंभ 1 में दिए गए हैं और स्तंभ 2 में उनके अर्थ दिए गए हैं। शब्दों का उनके सही अर्थों से मिलान कीजिए-




वर्ण – परिवर्तन

” तू माता मन की अति भोरी
‘भोरी’ का अर्थ है ‘भोली’। यहाँ ‘ल’ और ‘र’ वर्ण परस्पर बदल गए हैं। आपने ध्यान दिया होगा कि इस पद में कुछ और शब्दों में भी ‘ल’ या ‘ड़’ और ‘र’ में वर्ण- परिवर्तन हुआ है। ऐसे शब्द चुनकर अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए।
उत्तर:

  • परे – पड़ना
  • भोरी – भोली 


पंक्ति से पंक्ति

नीचे स्तंभ 1 में कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं और स्तंभ 2 में उनके भावार्थ दिए हैं। रेखा खींचकर सही मिलान कीजिए। 















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