6.7.2 कक्षा-6, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' अध्याय-7, जलाते चलो Class-6, NCERT Hindi Malhaar Lesson- 7, Jalate Chalo

 6.7.2 कक्षा-6, एनसीईआरटी हिंदी पुस्तक 'मल्हार' 

अध्याय-7,  जलाते चलो 

Class-6, NCERT Hindi Malhaar  

Lesson- 7, Jalate Chalo 

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                           शब्दार्थ :   


  पाठ से

 मेरी समझ से

(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (★) बनाइए- 

(1) निम्नलिखित में से कौन-सी बात इस कविता में मुख्य रूप से कही गई है?

 भलाई के कार्य करते रहना (★)

 दीपावली के दीपक जलाना

बल्ब आदि जलाकर अंधकार दूर करना

तिमिर मिलने तक नाव चलाते रहना 

उत्तर: भलाई के कार्य करते रहना


 (2) “जला दीप पहला तुम्हीं ने तिमिर की, चुनौती प्रथम बार स्वीकार की थी” यह वाक्य किससे कहा गया है?

 तूफ़ान से

 मनुष्यों से (★)

दीपकों से

 तिमिर से 

उत्तर: मनुष्यों से 



मिलकर करें मिलान

 कविता में से चुनकर कुछ शब्द यहाँ दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर चर्चा कीजिए और इन्हें इनके सही अर्थों या संदर्भों से मिलाइए। इसके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।





 

1- 4

2- 1 

3- 2

4- 3 


पंक्तियों पर चर्चा

 कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपने समूह में साझा कीजिए और अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए-

 “दिये और तूफ़ान की यह कहानी

 चली आ रही और चलती रहेगी,

 जली जो प्रथम बार लौ दीप की 

स्वर्ण-सी जल रही और जलती रहेगी।

 रहेगा धरा पर दिया एक भी यदि 

कभी तो निशा को सवेरा मिलेगा।” 

उत्तर: कवि का संदेश है कि संघर्ष और सफलता की यात्रा लगातार चलती रहती है। हमें निराश या हतोत्साहित नहीं होना चाहिए, क्योंकि अगर एक दीपक भी जल रहा है, तो मानवता का प्रकाश कायम रहेगा। प्रेम, बलिदान और ज्ञान के संदेश दुनिया में फैलेंगे, और जीवन को अर्थ मिलेगा।


 सोच-विचार के लिए 

कविता को एक बार फिर से पढ़िए, पता लगाइए और अपनी लेख पुस्तक में लिखिए

 (क) कविता में अंधेरे या तिमिर के लिए किस स्थिति के उदाहरण दिए गए हैं? 

उत्तर: अमावस निशा तिमिर की सरिता तिमिर की शिला पवन तूफ़ान

 (ख) यह कविता आशा और उत्साह जगाने वाली कविता है। इसमें क्या आशा की गई है? यह आशा क्यों की गई है?

 उत्तर: यह कविता जीवनरूपी दीप में स्नेह व अपनापन रूपी तेल भरकर आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। निराशा के बीच ही आशा की एक किरण दिखाई देती है। मानव और विश्व कल्याण हेतु हमें महापुरुषों के पदचिह्नों पर चलना होगा। प्रेम, सद्भावना और मानवीय सौहार्द से यह जीवन खुशहाल बनता है। नई पीढ़ी इतिहास में हुए महान लोगों से प्रेरणा लेकर एक सुंदर भविष्य की नींव रखेगी। कविता मनुष्य के हृदय में विश्व बंधुत्व की आशा जाग्रत करती है।

 (ग) कविता में किसे जलाने और किसे बुझाने की बात कही गई है? 

उत्तर: कविता में मनुष्य को ज्ञान रूपी दीपक को जलाकर रखने की बात की गई है। क्योंकि स्नेह से भरे दीपक चारों ओर रोशनी फैलाते हैं। जबकि बिना स्नेह वाले विद्युत दीपक को बुझा देने की बात कही गई है, क्योंकि कृत्रिम चीजें केवल कुछ पल का प्रकाश कर सकती है। जीवन की सही राह केवल ज्ञान से ही प्राप्त की जा सकती है।


मिलान

 स्तंभ 1 और स्तंभ 2 में कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं। मिलते-जुलते भाव वाली पंक्तियों को रेखा खींचकर जोड़िए।



1 3

2 4 

3 1

4 2 




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